रविचंद्रन अश्विन: भारत के 100 वें टेस्ट मैच में इतिहास रचते हुए
गेंदबाजी में उनकी शानदार प्रदर्शन
गेंदबाजी आंकड़े का तालिका:
खिलाड़ी | टेस्ट मैच | विकेट | रन | औसत |
रविचंद्रन अश्विन | 100 | 9 | 128 | 14.22 |
मुथैया मुरलीधरन | 100 | 9 | 141 | 15.67 |
धर्मशाला मैच में उनका प्रदर्शन
रविचंद्रन अश्विन, भारतीय क्रिकेट टीम के अग्रणी ऑफ स्पिनरों में से एक, ने रविवार को अपने 100वें टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया। उन्होंने इस महत्वपूर्ण मैच में मुथैया मुरलीधरन के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सर्वाधिक विकेट लेने के आंकड़े दर्ज किए।
धर्मशाला मैच में अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट की पहली पारी में चार विकेट लेकर मेहमान टीम की पारी को 218 रन पर समेटने में मदद की। उनका बल्लेबाजी में प्रदर्शन उत्कृष्ट नहीं रहा, क्योंकि वे पहली पारी में शून्य पर आउट हो गए। लेकिन जब भारत तीसरे दिन मैदान पर उतरे, तो उन्होंने वही किया जो उन्होंने गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ करते हैं।
गेंदबाजी में उनकी शानदार प्रदर्शन:
अश्विन ने धर्मशाला मैच में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट की पहली पारी में चार विकेट लेकर मेहमान टीम की पारी को 218 रन पर समेटने में मदद की थी। हालांकि, उनका बल्लेबाजी में प्रदर्शन उत्कृष्ट नहीं रहा – वह पहली पारी में शून्य पर आउट हो गए। लेकिन जब भारत तीसरे दिन मैदान पर उतरा, तो अश्विन ने वही किया जो उन्होंने गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ करते हैं।
गेंदबाजी आंकड़े का तालिका:
इस मैच में अश्विन ने कुल 9 विकेट लिए, जबकि उनके बारे में औसत रन 14.22 रहा। उन्होंने मुरलीधरन के विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 9/128 के आंकड़े के साथ समाप्त हुए। इसके साथ ही, वे भारतीय खिलाड़ियों में अनिल कुंबले के बाद दूसरे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट मैच में पांच विकेट लिए।
महत्वपूर्ण
आंतरिक स्थिति में आधारित वानर सेना की असलीता को छिपाने के लिए एक खतरनाक उठाव अश्विन के लिए आया जब उन्होंने अंतिम ओवर में इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स को आउट किया। लंच से पहले केवल दो गेंदें शेष रहते हुए, अश्विन ने एक भ्रामक स्लाइडर डाला। स्टोक्स, एक बड़े फॉरवर्ड लंज के साथ बचाव करने का प्रयास करते हुए, गेट को खुला छोड़ देते हैं, जिससे गेंद मध्य और ऑफ स्टंप से टकरा जाती है। इस तरीके से अश्विन ने अपने 100वें टेस्ट में 36वां विकेट लेते हुए इतिहास रचा।
अंतिम विचार:
इस शानदार प्रदर्शन से अश्विन ने अनिल कुंबले और कपिल देव की भारतीय जोड़ी को पीछे छोड़ दिया, जो 100वें टेस्ट में किसी भारतीय द्वारा सर्वाधिक विकेट (7) के मामले में बराबरी पर थे। अश्विन ने कुंबले को पीछे छोड़कर भारतीय गेंदबाजों के लिए एक और अद्वितीय क्षण बना दिया।